Wednesday, August 30, 2017

मीमांसा

#शब्द_मीमांसा #13

शब्द - मीमांसा

शब्द संप्रेषक - नितिन गुप्ता जी

दिनाँक - 23/08/2017

प्राचीन भारतीय वैदिक दर्शन को छः भागों में बांटा गया है जिसे षड्दर्शन कहा जाता है जो कि हैं क्रमशः - संख्या दर्शन, योग दर्शन,  न्याय दर्शन, वैशेषिक दर्शन, वेदांत दर्शन तथा मीमांसा ।

मीमांसा शब्द का पाणिनि के अनुसार शाब्दिक अर्थ है "जानने की इच्छा या लालसा ।"
चतुर्वेद कोष के अनुसार मीमांसा का अर्थ है गूढ़ विचार या अनुसंधान अथवा खोज है । मीमांसा शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के "मीम्" शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है "शब्द की विवेचना करना" ।

मीमांसा का तात्विक दर्शन विपक्षण है । इसकी गणना अनीश्वरवादी दर्शनों में की जाती है । आत्मा, ब्रह्म, जगत आदि की विवेचना इसमें ही आती यह केवल वेद तथा उसके शब्दों की नित्यता का ही प्रतिपादन करता है ।

मीमांसा दर्शन को दो भागों में बांटा गया है प्रथम है पूर्वमीमांसा इसके लेखक जैमिनी है । पूर्वमीमांसा में कुल 907 अधिकरण तथा 2645 सूत्र हैं । प्रत्येक अधिरण पांच भागों में बंटा हुआ है जो है क्रमशः - विषय, संशय, पूर्वपक्ष, उत्तरपक्ष तथा सिद्धांत । मीमांसा का द्वितीय भाग है उत्तरमीमांसा इसके ग्रन्थ ब्रह्मसूत्र के रचयिता हैं वादरायण ।

किसी शब्द अथवा पद की मीमांसा किये जाने के लिए कुछ सिद्धांतो का पालन किया जाना आवश्यक होता है -

प्रथम सिद्धांत है शाब्दिक मीमांसा का सिद्धांत अर्थात किसी भी वाक्य या शब्द के व्याकरणीय शाब्दिक अर्थ पर सर्वप्रथम  ध्यान दिया जाना चाहिए ।

द्वितीय सिद्धांत हैं शब्द के विषय तथा आशय को देखा जाना अर्थात शब्द जहाँ प्रयोग किया जा रहा है उसका विषय तथा आशय क्या है उसी अनुसार शब्द का अर्थ लगाया जाना चाहिए ।

तृतीय सिद्धांत है रिष्टि परिहार का सिद्धांत अर्थात यदि प्रारम्भ के दोनों सिद्धांतो से सही अर्थ नहीं निकल रहे हो तो उक्त शब्द का वही अर्थ निर्दिष्ट किया जाना चाहिए जो कि लोकहित में हो ।

चतुर्थ सिद्धांत है सहचर्येण ज्ञायते का अर्थात विशेष शब्दों के साथ आने वाले सामने शब्दों का भी उसी क्रम में अर्थ होता है जो कि विशेष शब्दों से आशय निकलता हो ।

पूर्वमीमांसा में तात्पर्य निर्णय के लिए सात बातों को आवश्यक बताया गया है जो कि क्रमशः है -

उपक्रम, उपसंहार, अभ्यास अपूर्वता अर्थात नवीनता, फल यानी उद्देश्य, अर्थवाद अर्थात महात्म्य और अंतिम है  उपपत्ति जिसका अर्थ होता है प्रमाणों द्वारा सिद्धी ।

No comments:

Post a Comment